वर्तमान में
कविता, कहानी और बाल-साहित्य-सृजन को माध्यम बनाकर इंटरनेट पर हिन्दी (देवनगारी) प्रयोग (लिखने-पढ़ने) का प्रोत्साहन
प्रमुख आकर्षण
हिन्दी-युग्म यूनिकवि एवम् यूनिपाठक प्रतियोगिता
काव्य-पल्लवन (सामूहिक कविता-लेखन) <१, २, ३, ४ ॰॰॰॰
रोज़ाना कम से कम दो ताज़ी कविताओं का प्रकाशन
कविताओं के ऑडियो की पॉडकास्टिंग (विभिन्न स्वरों में)
माह भर की कविताओं की समीक्षा का प्रकाशन (१, २, ३ ॰॰॰॰॰॰॰॰॰)
भविष्य में
कविताओं को संगीतबद्ध करना
कविताओं पर डॉक्यूमेंट्री का निर्माण
मासिक पत्रिका का संपादन
हिन्द-युग्म पर पर प्रकाशित कविताओं के संलकन का मुद्रण
कविताओं पर फ़ोटोग्राफ़ी और वीडियोग्राफ़ी को बढ़ावा देना
हिन्दी की अन्य विधाओं में काम शुरू करना
भाषा से अलग ज़मीन से जुड़कर स्वयंसेवी संस्थान के रूप में कार्य
इन्हें भी पढ़ें-
कैसे चल रहा है हिन्द-युग्म?
हिन्द-युग्म के पीछे कौन हैं?